#संविदा कर्मचारी सैलरी
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krazyshoppy · 3 years ago
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​यहां निकली है बम्पर पदों पर वैकेंसी, लाखों में मिलेगी सैलरी, जल्द करें आवेदन
​यहां निकली है बम्पर पदों पर वैकेंसी, लाखों में मिलेगी सैलरी, जल्द करें आवेदन
​कर्मचारी राज्य बीमा निगम (ESIC) ने संविदा के आधार पर पूर्णकालिक/अंशकालिक सुपर विशेषज्ञ की नियुक्ति के लिए नौकरी अधिसूचना जारी की है. इस भर्ती के लिए 6 रिक्तियों की पेशकश की गई है. इस पद के लिए आवेदन करने की अंतिम तिथि 13 मई तय की गई है. ईएसआईसी भर्ती 2022 आयु सीमाउम्मीदवारों की अधिकतम आयु 67 वर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिए. ईएसआईसी भर्ती 2022 पात्रताउम्मीदवारों को एमसीआई से मान्यता प्राप्त मेडिकल…
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getdreamjobonline · 6 years ago
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MPUDC में निकली कई पदों की बड़ी भर्ती, 20 जून तक करें अप्लाई
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MPUDC Recruitment 2018 के तहत कई पदों की बड़ी भर्ती निकाली गई है। यह भर्ती वित्त नियंत्रक, सोशल एवं जेंडर अधिकारी, बेनिफिट मॉनिटरिंग एवं इवेल्यूएशन अधिकारी, कंप्यूटर प्रोग्रामर, अकाउंट आॅफिसर, कार्यालय प्रबंधक या सचिव, सहायक लेखा अधिकारी या लेखापाल, निजी सहायक या स्टेनोग्राफर, प्रशासकीय सहायक, आईटी असिस्टेंट या वर्ड प्रोसेसर, रिसेप्शनिष्ट और कार्यालय सहायक या भृत्य के पदों के लिए की जा रही है। इस भर्ती में आवेदन करने की अंतिम तिथि 20 जून 2018 रखी है। इस भर्ती में चयन इंटरव्यू के आधार पर किया जा रहा है। इसमें राज्य एवं केंद्र सरकार से सेवानिवृत कर्मचारी या अधिकारी और संविदा पर काम करने के लिए उम्मीदवार आवेदन कर सकते हैं। यह भर्ती पूर्णत: संविदा या प्रतिनियुक्ति के आधार पर है। भर्ती से संबंधित नोटिफिकेशन आॅफिशियल वेबसाइट http://www.mpudc.co.in/ पर जारी किया गया है। इच्छुक एवं योग्य उम्मीदवार वेबसाइट पर जारी भर्ती प्रपत्र भर कर व्यक्ति या डाक द्वारा कार्यालय जमा करवा सकते हैं। इस भर्ती से संबंधित महत्वपूर्ण बातें इस प्रकार है।
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    पद का नाम एवं संख्या—
वित्त नियंत्रक— 1 सोशल एवं जेंडर अधिकारी— 1 बेनिफिट मॉनिटरिंग एवं इवेल्यूएशन अधिकारी—1 कंप्यूटर प्रोग्रामर— 1 अकाउंट आॅफिसर— 2 कार्यालय प्रबंधक या सचिव— 2 सहायक लेखा अधिकारी या लेखापाल— 1 निजी सहायक या स्टेनोग्राफर— 1 प्रशासकीय सहायक— 2 आईटी असिस्टेंट या वर्ड प्रोसेसर— 4 रिसेप्शनिष्ट— 1 कार्यालय सहायक या भृत्य—1
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  आवेदन करने क��� पता— मध्यप्रदेश अर्बन डेवलपमेंट कंपनी लिमिटेड (मध्यप्रदेश शासन नगरीय विकास एवं आवास विभाग) 8, अरेरा हिल्स, पुरानी जेल रोड़, भोपाल—462004
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  भर्ती का नोटिफिकेशन नीचे दिए गए लिंक पर क्ल्कि करके देखें—
http://www.mpudc.co.in/files/Advt.pdf
  भर्ती में आवेदन करने के लिए योग्यताएं नीचे दिए गए लिंक पर क्ल्कि करके देखें— http://www.mpudc.co.in/files/Qualification.pdf
भर्ती का आवेदन पत्र नीचे दिए गए लिंक पर क्ल्कि करके डाउनलोड करें— http://www.mpudc.co.in/files/Form_Conditions.pdf
from Patrika : India's Leading Hindi News Portal https://www.patrika.com/jobs/mpudc-recruitment-2018-for-various-posts-2949150/
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shreemanglanews-blog · 7 years ago
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Published by SM News- NHM संविदा कर्मचारियों का वेतन इंक्रीमेंट लगने के बाद हुआ कमभोपाल। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) के संविदा कर्मचारियों के वेतन में गड़बड़ी सामने आई है। इस साल का इंक्रीमेंट लगने के बाद कई कर्मचारियों का वेतन बढ़ने की जगह कम हो गया है। करीब 5 फीसदी कर्मचारियों के वेतन में इस तरह की विसंगति आई हैं। अब कर्मचारी एनएचएम के अधिकारियों से इसकी शिकायत कर रहे...https://www.shreemanglamnews.com/archives/457
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NHM संविदा कर्मचारियों का वेतन इंक्रीमेंट लगने के बाद हुआ कम
भोपाल। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) के संविदा कर्मचारियों के वेतन में गड़बड़ी सामने आई है। इस साल का इंक्रीमेंट लगने के बाद कई कर्मचारियों का वेतन बढ़ने की जगह कम हो गया है। करीब 5 फीसदी कर्मचारियों के वेतन में इस तरह की विसंगति आई हैं। अब कर्मचारी एनएचएम के अधिकारियों से इसकी शिकायत कर रहे हैं। यह गड़बड़ी छोटे-बड़े सभी कर्मचारियों के वेतन में आई है।
भोपाल के एक डाटा एंट्री ऑपरेटर का 2016-17 में कुल वेतन 11400 रुपए था। पिछले साल इंक्रीमेंट लगने के बाद उसे यह राशि मिल रही थी। इस साल उसकी बेसिक सैलरी 10 हजार रुपए फिक्स कर 500 रुपए इंक्रीमेंट दिया गया। बेसिक सैलरी में इंक्रीमेंट जोड़कर 10500 रुपए 2017-18 की सैलरी बनाई गई।
इस तरह से वेतन बढ़नेे की जगह 900 रुपए कम हो गया। दरअसल ज्यादातर कर्मचारियों का इंक्रीमेंट करेंट ईयर सैलरी में जोड़ा गया है, लेकिन कुछ का बेसिक सैलरी में। जिनका बेसिक सैलरी में इंक्रीमेंट जोड़ा गया है, उनका वेतन पिछले साल के मुकाबले कम हो गया है। हालांकि कर्मचारियों को अभी बढ़ी हुई सैलरी नहीं मिली है, लेकिन वेतन में गड़बड़ी की जानकारी सामने आने के बाद कर्मचारी परेशान हैं।
सूत्रों ने बताया कि पिछले साल भी कर्मचारियों का इंक्रीमेंट लगा था, लेकिन इस तरह की दिक्कत नहीं आई थी। बता दें कि इस साल अप्रैल में इंक्रीमेंट की मांग के लिए संविदा कर्मचारियों ने भोपाल में बड़ा प्रदर्शन किया था। इसके बाद शासन ने 5 फीसदी इंक्रीमेंट देने का निर्णय लिया था।
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abhay121996-blog · 3 years ago
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'मूड खराब' या नर्स के खिलाफ कोई 'साजिश'... डस्टबिन में मिले कोरोना के टीके का सच क्या है? Divya Sandesh
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'मूड खराब' या नर्स के खिलाफ कोई 'साजिश'... डस्टबिन में मिले कोरोना के टीके का सच क्या है?
अलीगढ़ अलीगढ़ के जमालपुर पीएसची में कूड़े में वैक्सीन फेंकने के आरोप में एएनएम निहा खान समेत 2 के खिलाफ केस दर्ज हुआ है। पूछताछ रिपोर्ट के आधार पर उनके खिलाफ यह कार्रवाई हुई है। रिपोर्ट में निहा लाभार्थियों को वैक्सीन लगाए बिना 29 सीरिंज डस्टबिन में फेंकने की दोषी ठहराई गई हैं। हालांकि पहले निहा ने दावा किया था कि उन्हें जानबूझकर फंसाया जा रहा है। मामला सामने आने के बाद निहा की संविदा खत्म कर दी गई थी। आइए जानते हैं क्या है पूरा मामला-
क्या है पूरा मामला? घटना 22 मई की है जिस दिन पीएचसी में 18 से 44 साल के लोगों को वैक्सीन लगाई जा रही थी। कोविन पोर्टल के अनुसार, इस दिन 200 लाभार्थियों को वैक्सीन लगाई गई। हालांकि कोवैक्सीन से भरी 22 सिरिंज बाद में सेंटर के पास पड़ी हुई मिली थीं। स्वास्थ्य केंद्र के स्ट��फ ने आरोप लगाया कि निहा खान कोरोना वैक्सीन का टीकाकरण करने के बजाय लोडेड सिरिंज की पिन तोड़कर लोडेड सिरिंज कूड़ेदान के कूड़े में फेंक रही थी।
स्टाफ का कहना है कि इस बात को मौके पर मौजूद जब अन्य स्टाफ ने उनसे कहा तो एएनएम निहा खान ने अस्पताल स्टाफ को कहा कि मेरा ‘मूड खराब’ है और इसके बाद वहां से हट गई। इस तरह वहां 29 लोडेड सिरिंज कूड़ेदान में मिली हैं। मामला जब सीएमओ कार्यालय पहुंचा तो हड़कंप मच गया।
एएनएम की सहयोगी का आरोप एएनएम निहा खान के साथ स्टाफ की दूसरी एएनएम अनु ने कहा, ‘कोविड सेंटर पर वैक्सीनेशन हो रहा था, और मैं खुद वहां वेक्सीनेशन के दौरान रजिस्टर पर लोगों की एंट्री करवा रही थी। उस समय वह टीका ऐसे लगा रही थीं तो एक पेशेंट ने उनको टोका कि आप क्या कर रही हैं? यह कैसे आप टीका लगा रही हैं? उसने दोबारा वैक्सीन का टीका लगवाया गया। मैंने जब निहा खान को ऐसा करते देखा तो खुद मैंने उनसे कहा कि तुम यह सही नहीं कर रही ह�� तो निहा खान ने कहा कि ‘में टेंशन में हूं। मुझसे ऐसा हो रहा है। सीएचसी पर 10 से 12 लोग का स्टाफ है। उस समय वहां मेरे साथ अन्य और लोग भी मौजूद थे।’
क्या लिया गया ऐक्शन? मामले के सामने आते ही स्वास्थ्य विभाग ने सहायक नर्स निहा खान की संविदा समाप्त कर दी। इसके साथ ही मेडिकल ऑफिसर इंचार्ज आरफीन जेहरा को हरदुआगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में ट्रांसफर कर दिया गया है और उनकी दो सैलरी इंक्रीमेंट भी रोक दिए गए हैं। इसके अलावा स्टाफ के बाकी सदस्यों को भी बदल दिया गया है।
सीएमओ बीपी कल्याणी ने हमारे सहयोगी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया कि वैक्सीन को फेंकने के पीछे की वजह अभी स्पष्ट नहीं है। उन्होंने कहा कि जाहिर तौर पर वह सीरिंज को फुल करने के बाद वैक्सीन की डोज नहीं दे रही थीं बल्कि सिर्फ सुई चुभो रही थीं।
एएनएम और स्वास्थ्य अधिकारी के खिलाफ केस रविवार को पुलिस ने एएनएम और पीएचसी इंचार्ज डॉ. जेहरा के खिलाफ आईपीसी की धारा 203 (गलत जानकारी देने), 176 (नोटिस करने और सरकारी अधिकारी को जानकारी देने में चूक), 465 (धोखाधड़ी), 120-बी (आपराधिक साजिश) , सार्वजनिक संपत्ति के नुकसान की रोकथाम अधिनियम, 1984 की धारा 4 और महामारी ऐक्ट की धारा 3 व 4 के तहत केस दर्ज हुआ है।
पूछताछ रिपोर्ट में क्या निकला? ��स मामले की पूछताछ दो अपर मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एमके माथुर और डॉ. दुर्गेश कुमार ने की। उन्होंने जांच में पाया कि बिना लोगों को वैक्सीन डोज दिए पोर्टल में डेटा अपलोड किया गया था। पूछताछ के दौरान एएनएम ने दावा किया है कि वह उस दिन मेंटली अपसेट थीं। खान ने बताया कि उन्होंने सिर्फ 15 वैक्सीन लगाई थी लेकिन उनके और एक कर्मचारी के बीच टेलिफोन की बातचीत में वह 70 लोगों को वैक्सीन देने का दावा कर रही हैं। वहीं डॉ. जेहरा इस पूरे मामले से अवगत थीं लेकिन उन्होंने एएनएम के खिलाफ कोई ऐक्शन नहीं लिया और न ही सीनियर को बताया।
पहले एएनएम निहा ने दी थी दलील हालांकि पहले मामले में सफाई देते हुए एएनएम ने दावा किया था कि उनके खिलाफ साजिश की जा रही है। एएनएम निहा खान ने कहा कि ‘मैं 10:15 बजे ड्यूटी करने आई थी। इस दौरान 10 से 15 वैक्सीनेशन किए थे और उसके बाद में कंप्यूटर पर बैठ गई। 3:00 बजे खाना खाने चली गई और जब लौटकर आई तब तक सीएचसी पर कोई बात नहीं थी।’
उन्होंने बताया कि ‘4:30 बजे घर चली गई। 6:30 बजे खबर मिली कि पीएचसी पर कूड़े में 29 लोडेड सिरिंज मिली है। जबकि मैंने 15 लोगों का टीकाकरण किया था। मेरे साथ षड्यंत्र रचा जा रहा है मुझे फंसाया जा रहा है। जबकि में जमालपुर यूपीएचसी पर हूं। वहां पर ड्यूटी नहीं थी लेकिन मुझे चीफ फार्मासिस्ट ने रोका।’ फिलहाल मामले में जांच जारी है।
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